कॉलेज और स्कूल के जमाने में हम जो भी सीखते हैं वो जिंदगी भर काम आता है. मुंबई के अपने कॉलेज के एल्युमनाई मीट में आए बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को अपने कॉलेज के दिन बड़े याद आए.
बिग बी ने कहा, ‘जिंदगी में कई बार ऐसा होता है कि हर शख्स याद करता है कि उसने अपने कॉलेज या स्कूल के समय में ये किया था या वो किया था और वो यादें उसके सामने किसी आइने की तरह सामने आ जाती हैं. कोई भी अपने कॉलेज और स्कूल के दिनों को कभी नहीं भूल सकता.’
शायद इन्हीं यादों में गुम हो गए महानायक बच्चन ने अपने कॉलेज किरोड़ीमल कॉलेज के ऑडिटोरियम के जीर्णोद्धार के लिए 51 लाख रुपए देने की घोषणा की है. किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली के मशहूर कॉलेजों में से एक माना जाता रहा है. अमिताभ ने यहां से अपनी साइंस की डिग्री पूरी की थी.
दरअसल, इस कॉलेज के कई पुराने छात्रों ने इसी ऑडिटोरियम में अपने अभिनय के सपने को देखा और फिर बाद में उसे जिया भी है. कॉलेज का ये ऑडिटोरियम इन दिनों बड़ी खराब हालत में है. अमिताभ के अलावा इस कॉलेज से अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक, निर्देशक कबीर खान, सुल्तान के निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र और रईस-राझंणा जैसी फिल्म कर चुके ज़ीशान ख़ान भी शामिल हैं.
इन सारे पुराने छात्रों ने मिलकर अपने इस ऑडिटोरियम के लिए 7 करोड़ की राशि जुटाने की ठानी है. इस बातचीत में इन लोगों ने अपने फेवरिट प्रोफेसर फ्रैंक ठाकुरदास को खास तौर से याद किया. इस ऑडिटोरियम का नाम फ्रैंक ठाकुरदास मेमोरियल ऑडिटोरियम रखा जाएगा.
इस बारे में अमिताभ कहते हैं, ‘मैं फ्रैंक ठाकुरदास से कभी पढ़ा नहीं क्योंकि वो अंग्रेजी पढ़ाते थे. मैं विज्ञान का छात्र था लेकिन ना जाने उन्हें ऐसा क्यों लगा कि मुझे प्लेयर्स ग्रुप में शामिल होना चाहिए. (प्लेयर्स ग्रुप किरोड़ीमल कॉलेज में थिएटर करने वाले छात्रों का एक ग्रुप है) हमेशा मुझे नाटकों और वाद-विवाद स्पर्धाओं के लिए प्रोत्साहित किया करते थे और उन्होंने मुझमें जाने क्या देखा जो एक बार इंटर कॉलेज फेस्टिवल में मिरांडा हाउस भेज दिया था. (मिरांडा हाउस कॉलेज लड़कियों का कॉलेज है).’
इस बात पर चुटकी लेते हुए अमिताभ का कहना था कि, ‘हम जब कभी मिरांडा हाउस के बस स्टॉप के सामने से भी गुजर जाते थे, तो लगता था कि दही हाथ छू लिया हो हमने. और यहां फ्रैंक ठाकुरदास सर ने मौका दिया कि मैं उस कॉलेज कंपाउंड में प्रवेश कर सकूं.’
इसके अलावा कॉलेज के एक और पुराने छात्र और धूम 3 के निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य का तो ये भी कहना था कि ‘कॉलेज के जिस हॉस्टल के कमरा नंबर 69 में अमिताभ रहा करते थे उसमें रहने का ख्वाब हर हॉस्टलर देखता है. जो उस कमरे में रुकता था वो खुद किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं होता था.
अमिताभ और बाकी के पुराने छात्र मिलकर अपना एक बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया अकाउंट भी खोल चुके हैं. इन सभी छात्रों की इच्छा है कि वो अपने उस ऑडिटोरियम को वापस लोगों के सामने ला सकें जहां उन्होंने एक्टिंग और डायरेक्शन का अलिफ-बे-ते पढ़ा है.