डोनाल्ड ट्रम्प की नयी सरकार ने एक नया नियम लागु किया है जिसके तहत 8 मुस्लिम देसो से आने वाले यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक्स चीज़े जैसे लैपटॉप, टैबलेट, कैमरा और अन्य उपकरण का लाना मना है।(ban electronic devices) कहा जा रहा है की ये फैसला अमरीका ने बाह्रर देशो से आने वाले आतंकवाद को ख़तम करने के लिए लिया है। लेकिन आधिकारिक रूप से इस देश ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि ये रोक क्यों लगाई गई है। आतंकवादी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में बम छुपाकर ना ला पाए इसलिए डोनाल्ड ट्रम्प ने यह प्रतिबंध इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर आतंकी योजना को विफल करने के तहत लगाया है। यह प्रतिबंध आज मंगलवार 21 मार्च से प्रभावी हो गया जो कि कुछ समय के लिए लागू रहेगा।
अमेरिका न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, एक अफसर ने बताया कि 10 इंटरनेशनल एयरपोर्ट अम्मान (जॉर्डन), काहिरा (मिस्र), कुवैत सिटी (कुवैत), जेद्दा (सऊदी अरब), कासाब्लांका (मोरक्को), रियाद और अबु धाबी और दुबई (यूएई), दोहा (कतर) और इस्तांबुल (तुर्की) से अमेरिका आने वाली फ्लाइट्स में यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस रखने की परमिशन नहीं होगी। इन आठ देशों की नौ विमान कंपनियों को इस पर अमल करने के लिए 96 घंटे का समय दिया गया है।
एक और अमेरिकी अधिकारी ने खुलासा किया है ये प्रतिबंध कुल नौ विमान की कंपनियां के लिए है। उन्होंने ये भी कहा है कि प्रभावित कंपनियों को इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा। इस प्रतिबंध की शुरुवात वाशिंगटन में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन की बुधवार को होने वाली बैठक से पहले हो गयी है।
इस बुधवार को होने वाली बैठक में अरब देशों के कई बड़े अधिकारियों के भाग लेने की सुचना है। रॉयल जॉर्डनियन एयरलाइंस ने कहा है कि सेलफोन और चिकित्सा यंत्र रखने पर कोई रोक नहीं है। एयरलाइंस ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगी रोक से न्यूयॉर्क, डेट्राइट, शिकागो और मॉन्ट्रियल जाने वाली उसकी उड़ानें प्रभावित होंगी।
डेविड लापान (गृह सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता) ने इस बारे में कुछ भी कहने पे मन कर दिया है एक अमेरिकी अधिकारी गोपनीय तरीके से यह बताया है कि इस प्रतिबंध को लगाए जाने पर कई सप्ताह से विचार किया जा रहा था। रेंड कॉर्पोरेशन के उड़ान सुरक्षा विशेषज्ञ ब्रायन जेनकिंस ने इस बात का खुलासा किया है कि अमेरिका की सरकार को यात्रियों की अपर्याप्त जांच और कुछ देशों में हवाईअड्डे या एयरलाइन कर्मचारियों की मिलीभगत से साजिश रचने की चिंता हो