मेरी प्यारी बिंदु मूवी रिव्यू परिणीति आयुष्मन की एक कोई सी दुनिया है जो जादुई है

1902

““मेरी प्यारी बिंदु”” Meri Pyari Bindu

कास्ट: आयुष्मन खुराना, परिणीति चोपड़ा, अबिश मैथ्यू

मूवी टाइप : Romance

अवधि : 1 घंटा 59 मिनट

रेटिंग: 2/5.

     राज कपूर युग से फिल्मों  में निस्वार्थ प्रेम दिखाया गया, जहां नायिका का सबसे अच्छा दोस्त उससे प्यार करता था, लेकिन वह केवल उनकी दोस्ती की सुरक्षा और देखभाल करती थी? यह बहुत पहले था शाहरुख खान एंड को. ने हमें बताया कि दोस्ती ही प्यार है। मेरी प्यारी बिन्दु Meri Pyari Bindu में भी ऐसी ही प्रेम कहानी को दिखने का का प्रयास किया है। केवल अभिमन्यु रॉय (आयुष्मान खुराना) का प्यार निस्वार्थ नहीं है और यह कोई क्लासिक रोमांस नहीं है।

    फिल्म निर्माता मनीष शर्मा दो साल पहले नोस्टलागिया और आयुष्मान खुराना की फिल्म  “दम लागा के हाईशा” पर पैसे लगा चुके है। अब, निर्देशक अक्षय रॉय ने भी ऐसा ही किया उन्होंने आयुष्मान खुराना और परिणीती चोपड़ा की स्क्रीन की उपस्थिति का उपयोग करने का प्रयास किया है। ये दोनों ही फिल्म मानेेश ने ही प्रोडूस की है, हमें इंतजार करना और देखना होगा कि क्या ““मेरी प्यारी बिंदु”” भी दर्शकों को आकर्षित क्र पति है या नहीं।

कहानी Meri Pyari Bindu :-

इस रोमांटिक कॉमिडी फिल्म “मेरी प्यारी बिंदु” में अभिमन्यु रॉय (आयुष्मान खुराना) और बिंदु शंकरनारायणन (परिणीति चोपड़ा) की प्रेम कहानी दिखाई गयी है। जिसमे  अभिमन्यु रॉय एक हॉरर, थ्रिलर और महिलाओं पर नॉवेल लिखने वाले राइटर होते है और बिंदु शंकरनारायणन बचपन से ही सिंगर बनने की चाहत रखने रखती है। यह प्रेम कहानी अस्सी के दशक में शुरू होकर तमाम खट्टे-मीठे मोड़ लेती हुई मौजूदा दौर तक जारी रहती है। सीधे-सादे अभिमन्यु और अपनी धुन में मस्त रहने वाली चुलबुली बिंदु की प्रेम कहानी पर सवार होकर फिल्म की कहानी कोलकाता से शुरू होकर ऑस्ट्रेलिया, मुंबई, पेरिस और बेंगलुरु जाती है और आखिरकार दुबारा कोलकाता लौट आती है। जहां फिल्म के दौरान बार-बार मिलते-बिछड़ते प्रेमियों का आखिरकार जुदा अंदाज में मिलन होता है।

Meri Pyari Bindu

रिव्यु:-

फिल्म के सुरुवात में  दोनों की प्रेम कहानी अस्सी के दशक में छोटे बच्चों के बीच शुरू हुई और यह खूबसूरत प्रेम कहानी नाइनटीज में उनके बीच प्यार, फिर इनकार और फिर इकरार के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ती रहती है। अपनी असल जिंदगी में भी मस्त और बिंदास नजर आने वाली परिणीति चोपड़ा ने फिल्म में भी अपने इसी अंदाज के मुताबिक चुलबुली और मस्त लड़की के किरदार को शिद्दत से निभाया है, जो कि आज कल की यंग जेनरेशन की सभी लड़कियों की तरह अपने लाइफ के टारगेट को लेकर बहुत ही कंफ्यूज नजर आती है। खुद को प्रपोज करने वाले लड़के के साथ शादी करके बच्चे पालना उसकी समझ से बाहर है, क्योंकि वह बचपन से सिंगर बनना चाहती है। एक ऐक्सिडेंट में अपनी मां की मौत हो गयी जिसका सदमा वो अभी तक  नहीं भुला पा रही और उसके बाद ही बिंदु अपने सिंगिंग एलबम के फ्लॉप हो जाने का झटका सह नहीं पाती और अपने प्रेमी और उसकी फैमिली का प्यार भरा शादी का प्रपोजल भी ठुकरा देती है।

टोमेटो कैचप के साथ ब्रेड खाते हुए लैपटॉप के जमाने में टाइप राइटर पर तीन सालों से अपना लवस्टोरी नॉवेल लिखने के लिए जूझ रहे राइटर के रोल में आयुष्मान ने अच्छा काम किया है। अभिमन्यू रॉय का करियर बिल्कुल सही दिशा में अच्छा जा रहा होता है लेकिन कुछ है जिसके कारण से वह चैन से नहीं रह पता है। कुछ ऐसा है कि ब्रेड कैचअप, व्हिस्की को वह एक साथ निगल जाता है। एक ऐसा आशिक जो बचपन से लेकर जवानी तक अपनी प्रेमिका की एक हां के लिए इंतज़ार करता रहता है। आज कल ऐसे आशिक बहुत कम ही होते हैं, जो अपने प्यार को भुला नहीं पाते। अभिमन्यू रॉय कहते है की प्यार करना सब सिखाते हैं, लेकिन भूलना कोई नहीं।

 

हालांकि फिल्म कई जगहों पर ठोकर खाती है, पर यह पूरी तरह से एक रोमांटिक कॉमेडी के रूप में है, जो कि कभी कभार आपके दिल में आकर्षित स्थान पाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। परिणीति चोपड़ा को देखकर खुशी होती है खासकर इसलिए क्योंकि उसके पास करने के लिए बहुत कुछ है। उसके चरित्र में बहुत सी खामिया और उतार- चढ़ाव हैं, जो आयुष्मान खुराना के एक ही चरित्र केवल बिंदु के कार्यों के परिणामों से निपटने के लिए मौजूद है, कि तुलना में ज्यादा रियल प्रतीत होता है। लेकिन खुराना इस के बावजूद भी आकर्षक होने का प्रबंधन करता है।

“मेरी प्यारी बिंदू” आपको रोमांटिक होने के लिए अपील करेगी, लेकिन फिल्म देखना मस्तिष्क और दिल के बीच एक लड़ाई जैसा होगा। जो यह है कि आपका मस्तिष्क और फिल्म का दिल। फिल्म का टाइटल भले ही “मेरी प्यारी बिंदू” हो लेकिन ये पूरी तरह से आयुष्मान खुराना की फिल्म है। स्मोक के साथ टाइप करते वो बहुत हॉट दिखाई दिए हैं। परिणीति चोपड़ा के किरदार को एक लाइन में बोला जाए तो ” जिंदगी से बेहद प्यार था उसे। परिणीति चोपड़ा चंचल और क्यूट लगने वाले पार्ट में बहुत अच्छी लगी हैं। इमोशनल सीन को वो को-स्टार जितने शानदार अंदाज में नहीं कर पाई हैं। आयुष्मान और परिणीति की केमेस्ट्री अच्छी है लेकिन थोड़ी ठंढी भी है। फिल्म के बाकी स्टार कास्ट ने भी काफी अच्छा काम किया है।

Meri Pyari Bindu
Some stills from Meri Pyari Bindu

LEAVE A REPLY