फिक्स्ड डिपॉजिट: कुछ रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियाँ

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Fixed Deposit

फिक्स्ड डिपॉजिट Fixed Deposit क्या है?

फिक्स्ड डिपॉजिटFixed Deposit एक निवेश खाता है जिसे एक प्रकार से बचत खाता भी कहते है। इसमें धन एक निर्धारित अवधि के लिए जमा किया जाता है और उस अवधि के अंत में एक निश्चित ब्याज दर का भुगतान किया जाता है। यह अन्य निवेश जैसे शेयर बाजार या मनी मार्केट आदि प्रकारों की तुलना में यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। यह एक वित्तीय साधन है जो बैंकों द्वारा प्रदान किया जाता है। बैंक निवेशकों को नियमित बचत खाते की तुलना में अधिक ब्याज दर प्रदान करते हैं, जब तक कि बैंकों द्वारा दी गई परिपक्वता तिथि नहीं मिलती है। ये निश्चित अवधि के लिए जमा होता है। आप परिपक्वता से पहले उन्हें वापस नहीं ले सकते अगर किसी कारण आपको वापस लेना कहते है तो आपको बैंक को उन्नत सूचना और जुर्माना शुल्क देना होगा।आप अलग-अलग ब्याज दरों पर कार्यकाल के अलग-अलग अवधि के लिए सावधि जमा में निवेश कर सकते हैं और अपनी बचत पर अतिरिक्त लाभ पा सकते हैं।

Fixed Deposit

एक निश्चित जमा खाता(फिक्स्ड डिपॉजिट) कैसे काम करता है?

फिक्स्ड डिपॉजिट आपके ऊपर निर्भर करता है। आप 1 महीने से लेकर 5 साल तक की अवधि के लिए धन जमा कर सकते हैं। एफडी का कार्यकाल जितना अधिक होगा, ब्याज की दर उतनी ही अधिक होगी। संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट के मामले में, ब्याज की दर एक समान रहती है और अगर आप पैसा अवधि से पहले वापस न ले तो ब्याज की दर किसी अन्य प्रकार की तुलना में अधिक भी हो सकती है। संचयी जमा योजना में, ब्याज परिपक्वता के समय प्रिंसिपल के साथ ही दिया जाता है। यह योजना व्यक्तियों के लिए बहुत ही सुविधाजनक है, जैसे पेंशनभोगी, जिन्हें आवधिक ब्याज भुगतान की आवश्यकता होती है आदि।

शीर्ष 10 बैंक और उनके फिक्स्ड डिपॉजिट इंटरेस्ट रेट:-

बैंक जनरेट रेट
वरिष्ठ नागरिक दरें
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 5.50% – 7.00% 6.00% – 7.50%

एचडीएफसी बैंक 3.50% – 6.95% 4.00% – 7.45%

आईसीआईसीआई बैंक 4.00% – 7.00% 4.50% – 7.50%

एक्सिस बैंक 3.50% – 7.00% 3.50% – 7.50%

कोटक बैंक 3.50% – 6.90% 4.00% – 7.40%

आईडीएफसी बैंक 4.00% – 7.50% 4.50% – 8.00%

बैंक ऑफ बड़ौदा 4.00% – 7.00% 4.00% – 7.00%

कारपोरेशन बैंक 5.00% – 6.90% 5.50% – 7.40%

आईडीबीआई बैंक 4.25% – 6.40% 4.25% – 7.10%

भारतीय बैंक 4.00% – 6.50% 4.50% – 7.00%

महत्वपूर्ण जानकारीयां और उनके लाभ:-

1. ब्याज भुगतान या तो मासिक या त्रैमासिक:-

फिक्स्ड डिपॉज़िट पर ब्याज का भुगतान आम तौर पर मासिक या त्रैमासिक रूप से उस विकल्प के आधार पर किया जाता है जो की निवेशक द्वारा चुना जाता है। इसलिए एक व्यक्ति जो एक साल की फिक्स्ड डिपॉज़िट में 1.5 लाख रुपये का निवेश करता है, उसे 8% प्रतिवर्ष ब्याज के अनुसार 1,000 रुपये प्रति माह या 3,000 रुपये प्रति तीन माह ब्याज मिलता है।

2. रिटर्न:-

एफडी ब्याज दरें पहले से तय होती हैं, और जब आप एफडी खोलते हैं, तो आप पहले से ही ब्याज दर के बारे में अच्छी तरह जानते हैं। एक एफडी ब्याज कैलकुलेटर भी होता है जो आपको आपकी एफडी की अवधि पूरी होने तक की सारी जानकारी और पूरा ब्याज पहले ही बता देता है।
यदि आप ब्याज विकल्प के पुनर्निवेश के लिए विकल्प चुनते हैं। तो आपके लिए एक साल में 8% ब्याज का मतलब 8.24% की रिटर्न होता है। इसका मतलब यह है कि जैसे आपने 100 रुपए का निवेश एक साल के लिए किया, तो वर्ष के अंत तक आपको 108.24 रूपये मिलेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि अर्जित ब्याज हर तिमाही में बढ़ता है।
एक साल में 8% का ब्याज मतलब हर तिमाही में 2% का ब्याज होता है। इसलिए आपके द्वारा निवेश किए गए 100 रुपये तीन महीने के अंत में आपको 2 रुपये का ब्याज प्राप्त होगा। तो आपके द्वारा 100 रुपए का निवेश तीन महीने के अंत तक 102 रुपए (100 रुपए का 2%) होगा। चूंकि इस ब्याज का पुन: निवेश किया जाता है, इसलिए आपको अगले तीन महीनों के लिए 102रुपए पर 2% ब्याज मिलेगा। अगले तीन महीनों के अंत मे आपको 2.04 रुपये ब्याज मिलेगा। ऐसे ही वर्ष के अंत तक इस प्रक्रिया को दोहरा कर आपने 108.24 रुपये जमा किए हैं। जो की 8% साल के ब्याज से ज्यादा है। इसलिए फिक्स्ड डिपॉजिट के पुनर्निवेश विकल्प से आप अधिक रिटर्न कमा सकते हैं।

3. फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ना चाहते हैं?

धन की किसी को भी कभी भी तुरंत जरूरत पड़ सकती उसके कारण या किसी अन्य बैंकों द्वारा उच्च दर ब्याज के प्रस्ताव के लिए आप अपना फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़ना चाहते हैं तो जान ले की समय से पहले निकासी पर ज्यादातर बैंक तय हुए ब्याज दर से 0.5% कम ब्याज देते हैं।

4. फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिला ब्याज टैक्स(कर) मुक्त नहीं होता।

फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिले ब्याज को वर्ष की आय में जोड़ा जाता है और उस पर टैक्स वर्ग के अनुसार 33.9 9% की दर से टैक्स लगाया जाता है।

5. फिक्स्ड डिपॉजिट्स के खिलाफ ऋण(लोन) लेना संभव है।

भारत में कई बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट्स पर ऋण प्रदान करते हैं। जो आपकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आपको आपके फिक्स्ड डिपॉजिट के मूल्य का 90% धनराशि जितना ऋण(लोन) प्रदान करने मे मदद करती है। एसबीआई, ऐक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक आदि जैसे कई शीर्ष स्तर के निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एफडी के खिलाफ ऋण प्रदान करते हैं। इसके कारण हमे आसानी से कम दस्तावेज पे ही सस्ता ऋण(लोन) मिल जाता है।

कर(टैक्स) प्रभाव:

फिक्स्ड डिपॉजिट कर(टैक्स) बचत के लिए अच्छा साबित होता हैं। बैंकों के साथ आयोजित 5-वर्ष की कर-बचत फिक्स्ड डिपॉजिट आपकी कर(टैक्स) दायित्व को कम करते हैं, बल्कि साथ-साथ रिटर्न की वास्तविक दर को भी बढ़ाते है(वास्तविक रिटर्न + टैक्स की बचत)। आप कई एफडी में निवेश के माध्यम से टीडीएस से बच सकते हैं, जो की पूरे साल कमाया गया ब्याज, दहलीज सीमा (थ्रेसहोल्ड लिमिट) से कम है।

Fixed Deposit

जोखिम:-

जैसा की आप जानते ही होंगे कि हर प्रकार के निवेश मे कोई ना कोई जोखिम जरूर होता है, लेकिन विभिन्न निवेश विकल्पों के बीच जुड़ी जोखिमों की भयावहता भी अलग अलग होती है। उदाहरण शेयर मार्केट से आप उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं लेकिन आप एक उच्च जोखिम भी लेते है क्योंकि कई बार शेयर मार्केट मे गिरावट की वजह से कम रिटर्न का चरण होता भी हो सकता है। लेकिन आपको डरने की कोई जरूरत नहीं फिक्स्ड डिपॉजिट बिलकुल भी जोखिम भरा नहीं है। जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम आपकी जमा राशि बीमा करते है इसमें आप प्रत्येक बैंक के साथ एक लाख रुपये तक का बीमा कर सकते है।

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