नमस्कार आज हम बात कर रहे है 24 मार्च को हुई रिलीज़ मूवी फिल्लौरी(Phillauri) हर किसी को इस नई कहानी वाली फिल्म का इंतज़ार था फिल्म निर्माता अनुष्का शर्मा और पहली बार निर्देशक बने अंशाई लाल के लिए ये फिल्म बहुत खास थी पंजाबी कलाकार और गायक दिलजीत दोसांझ इसमें अनुष्का शर्मा के लवर बने है इससे पहले वह उड़ता पंजाब में नजर आए थे और उन्होंने अपनी एक्टिंग से कमाल कर दिखया था।
फिल्लौरी के मुख्य भाग
Cast: अनुष्का शर्मा, सूरज शर्मा, दिलजीत दोसांझ
Genre: रोमांटिक कॉमेडी
Director: अंशाई लाल
Duration: 2 घंटे 20 मिनट
Language: हिंदी
Famous Song: दम दम
आज बात करते हैं फिल्म की कहानी की शुरुआत विदेश से आये दूल्हे साहब की शादी से होती है। विदेश से दूल्हे साहब आ रहे हैं। जिनके इंतजार में उनका पूरा परिवार एयरपोर्ट पहुंचा हुआ है। यहां से कहानी की शुरुआत होती है। फिल्म में एंट्री होती है लड़कीवालों की। आप सोच रहे होंगे कि बात यहां तक पहुंच गई और अभी तक अनुष्का शर्मा की एंट्री नहीं हुई तो बता दूं कि थोड़ा इंतजार कीजिए। लड़कीवाले और कन्नन (सूरज शर्मा) का परिवार एक पंडित के पास पहुंचते हैं। पंडित बताता है कि लड़का मांगलिक है और इसकी शादी पहले एक पेड़ से करानी होगी ताकि आगे की जिंदगी में परेशानी ना आए। कन्नन जो कि विदेश से आया है उसे यह आइडिया थोड़ा अजीब लगता है। लेकिन फैमिली के कहने पर वह इसके लिए राजी हो जाता है। अब ये सभी मिलकर फिल्लौर के लिए निकलते हैं। जहां कन्नन की शादी पेड़ से कराई जाती है। फिर क्या शादी के बाद जैसे होता ही है कि दुल्हन घर आती है। इस पेड़ पर रह रही शशि की आत्मा भी कन्नन के साथ घर आजाती है।
लीजीए…हो गई अनुष्का शर्मा की एंट्री। ये भूत केवल क्यूट ही नहीं बेहद खूबसूरत भी है। सुनहरे और सफेद रंग के कपड़ों में अनुष्का कमाल लग रही हैं। लेकिन कन्नन इनसे डरता है। सूरज शर्मा जिन्हें आप लाइफ ऑफ पाई में भी देख चुके हैं। उन्होंने अच्छी परफॉर्मेंस दी है। एक कनफ्यूज, घबराए हुए लड़के के रोल में वह परफेक्ट दिखे हैं। अब कहानी की बात करूं तो इस फिल्म में कन्नन की शादी के साथ-साथ फ्लैशबैक भी चल रहा है। कन्नन की सगाई के दिन म्यूजिक रिकॉर्ड देखकर शशि को अपने गांव की याद आती है और शुरू होता है फ्लैश बैक।दिलजीत दोसांझ की एंट्री एक गाने के साथ होती है। दिलजीत दोसांझ एक मस्तमौला शख्स है जिसे गाने और कविता लिखने का शौक है। एक बात जो फिल्म में एक्साइटमेंट बनाए रखती है वो यह कि अनुष्का आखिर मरती कैसे हैं। यह कहानी धीरे-धीरे खुलती है। फिल्म का एक कनेक्शन जलिया वाला बाग की घटना से भी है। यह भी फिल्म का एक जबर्दस्त ट्विस्ट है।
अभिनय
एक्टिंग की बात करे तो अनुष्का शर्मा और दिलजीत दोसांझ की परफॉरमेंस काबिले तारीफ है खासतौर पे गायक और कलाकार दिलजीत ने दर्शको को अपने अभिनय स बहुत लुभाया है। शहीद कपूर के साथ की उड़ता पंजाब के बाद दिलजीत ने अपने अभिनय का लोहा आजमाया है।बात करे सूरज और मेहरीन की तो दोनों अपनी हलकी फुलकी कॉमेडी से दर्शको को आकर्षित करने में कामयाब रहे।
निर्देशन
निर्देशन पे आये तो फिल्म के निर्देशक अंशाई लाल ने एक लाइट हेर्टेड रोमांटिक फिल्म बनायीं है जिसमे रोमांस और कॉमेडी के साथ साथ भूत वाला भाग भी है। फिल्म का फर्स्ट भाग काफी एच और एंटरटेनिंग रहा वही इसका दूसरा भाग धीरे हो गया फिल्म का स्क्रेनप्ले काफी अच्छा है। कुल मिलके ये एक ये ओने टाइम वाचिंग फिल्म है जिसे आप अपने परिवार के साथ देलख सकते है।
सभी कलाकारों की परफॉर्मेंस अच्छी है। Phillauri फिल्म के गाने इसे बोरिंग नहीं बनाते। फिल्म का आखिरी सीन आपको लंबा लग सकता है। लेकिन शायद डायरेक्टर इमोशन्स को अच्छे से पर्दे पर उतारना चाहते थे इस कोशिश में उन्होंने यह सीन लंबा रखा।